Saturday, November 8, 2008

वल्लाह ! आज वहां क्यों खामोशी है

वल्लाह ! आज वहां क्यों खामोशी है
शायद कोई आंसू बहा रहा होगा

जनाजा मेरे चैन का निकला है
और गम वो वहां मना रहा होगा

कितना मासूम है हमदम मेरा
बेवजह मातम मना रहा होगा।
सुजाता

2 comments:

Manish Asani said...

...hey did you write that???
It was really nice!

Sujata Dua said...

yes Manish it's my creation..thanks for your appreciation